अरे तो फिर मेरा क्या मुझे कुछ काम नहीं मैं क्या दिन भर फालतू रहती हूं अरे तो फिर मेरा क्या मुझे कुछ काम नहीं मैं क्या दिन भर फालतू रहती हूं
पांच साल उसने हमारे एक एक पल को खूबसूरत बनाया। पांच साल उसने हमारे एक एक पल को खूबसूरत बनाया।
अब हम चारो को कभी कहीं नहीं जाने देंगे, कुछ भी हो जाए”। गोपाल के मुख से भी निकल पड़ा. अब हम चारो को कभी कहीं नहीं जाने देंगे, कुछ भी हो जाए”। गोपाल के मुख से भी निकल ...
किसी बात से परेशान है । तन्वी का मन भी परेशान हो उठा। उसने रुचिर को देखा। किसी बात से परेशान है । तन्वी का मन भी परेशान हो उठा। उसने रुचिर को देखा।
"जलता तो मैं हूँ फिर तुम क्यों रोती हो?" "जलता तो मैं हूँ फिर तुम क्यों रोती हो?"
देख न निगोड़ी ‘कोरोना ‘महामारी बन कर पूरी दुनिया को खा रही है; देख न निगोड़ी ‘कोरोना ‘महामारी बन कर पूरी दुनिया को खा रही है;